Yug Purush

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8TH SEMESTER ! भाग- 74( Night Class With Deepika Mam-1)

Chapter-22:

दीपिका मैम   3 बीएचके के एक फ्लैट  पर रहती थी ,जो कि उन्होने किराए से लिया हुआ था..  वहा पहुंचकर मैने ऐसा अंदाजा लगाया और इस वक़्त मैं उन्ही के किराए के फ्लैट  पर एक सोफे पर अपनी तशरीफ़ डाल कर बोला...

"आप पार्टी से चली क्यूँ आई..? मेरा मतलब है कि मालदार लड़कियो को तो ऐसी पार्टी का हमेशा ही इंतज़ार होता है जिसमे वो अपने हुस्न की आग से हम ग़रीबो को जला सके..."

"क्या जल रहा है तुम्हारा, मुझे देखकर... दिल या.. फिर......"जिस सोफे पर कुछ देर पहले मैने तशरीफ़ रखी थी,उसी सोफे पर अपनी तशरीफ़ रखते हुए दीपिका मैम  ने मुझसे पुछा...

"साली... एकदम गरम है.. लगता है ..."उसको देखकर अंदर ही अंदर मैने सोचा और फिर एक सेक्सी स्माइल अपने होंठो पर लाते हुए बोला" दिल..."

"इधर दिल की कोई ज़रूरत नही है..."

"मैं बाथरूम होकर आता हूँ...आँख थोड़ा जल रही है... बाथरूम किधर है.."

"इधर है..."दोनो हाथ से अपनी जाँघो को सहलाते हुए उन्होंने जवाब दिया 

"बाथरूम किधर है..."मैने फिर से पूछा 

"उधर..लेफ्ट साइड मे.."

"मैम ..."बाथरूम की तरफ जाते हुए मैं पलटा"कुछ खाने पीने का इंतज़ाम हो जाए तो..."

"तुम्हे अभी भूख लगी है..."वो थोड़ा गुस्से से बोली..

"वो क्या है कि, फेयरवेल  पार्टी मे मैने अपना पेट नही भरा और यदि मैं इस वक़्त कुछ खा लेता हूँ तो मेरी एफीशियेन्सी थोड़ा बढ़ जाएगी... "

"ओके..मैं बनाती हूँ कुछ..."

उसके बाद वो किचन मे चली गयी और मैं बाथरूम मे....
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मेरे खास दोस्त अरुण ने कहा था कि जब भी किसी लड़की के साथ  हम बिस्तर होओ उससे पहले एक बार अपने से अपना काम तमाम कर लेना ताकि लड़की के साथ रास -लीला लम्बे समय तक चले और मैं इसीलिए बाथरूम मे घुसा था ,ये मेरा फर्स्ट टाइम था जब मैं किसी लड़की के साथ वो सब करने वाला था और मैं नही चाहता था कि जब गाड़ी चल रही हो तो मेरा पेट्रोल बीच मे ही खत्म हो जाये ... इसलिए बाथरूम मे मैने बाक़ायदा दीपिका मैम को सोचकर  मस्त मजा मारा और फिर हाथ -वाथ  धोकर  बाहर आया...तब तक टेबल पर दीपिका मैम  ने दो प्लेट नूडल्स रख दिए थे....

"बियर चलेगी..."बियर कि एक कैन को खोलते हुए वो बोली...

"मैम ...मुझे बियर और कोल्ड ड्रिंक सेम ही लगती है...दारू हो तो बात कुछ और हो..."

"फिलहाल तो मैं दारू नही पीती , इसलिए बियर से ही काम चलाना पड़ेगा..या फिर एक और जगह है ,जहाँ से पानी रिस्ता है...कहो तो ग्लास मे लेकर आउ..."

"उसकी कोई ज़रूरत नही..मैं बियर से ही काम चला लूँगा..."
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उसके बाद नूडल्स और बियर की दो कैन मारकर मैं शांत बैठ गया.. लेकिन मेरा दिल इस वक़्त बहुत फड्फडा रहा था.. मैं थोड़ा डर भी रहा था ,क्यूंकी मुझे इन सबके बारे मे कुछ खास नही मालूम था... यदि मुझे पहले से ही मालूम होता कि आज ये सब कुछ होने वाला है तो मैं टाइम duration बढ़ाने की कई टॅब्लेट्स खाकर आता, फिर भले ही मेरे हेल्थ पर इसका प्रभाव कुछ भी पड़ता... हेल्थ का क्या है, आज है कल नहीं रहेगी... मेन चीज तो हवस है.. वो पूरी होनी चाहिए और इस साली को जमकर रगड़ता...ऐसा रगड़ता की महीनो किसी के साथ बिस्तर पर सोने का खयाल तक इसके मन मे नहीं आता...


मैने अभी कुछ देर पहले ही बाथरूम मे अपने हाथो का उपयोग किया था ,लेकिन फिर भी अब से कुछ देर बाद होने वाले सीन की कई झलक सोचकर मेरा शरीर फिर से तन गया था.. मैं इस वक़्त सोफे पर एकदम सीधा बैठकर ये सोच रहा था कि यदि अभी मेरा ये हाल है तो उस वक़्त क्या होगा जब मैं दीपिका मैम का निर्वस्त्र साक्षात दर्शन करूँगा. उस वक़्त मेरा क्या होगा जब उसका गोरा चिकना बदन मेरे आँखो के सामने होगा ...और उसके शरीर के  कई अंग मस्ती मे मटक रहे होंगे...?? मेरे अंदर ही अंदर एक तूफान उठ रहा था लेकिन फिर भी मैं शांत बैठा था,क्यूंकी मुझे समझ नही आ रहा था कि शुरुआत कैसे करूँ...उसे एक झटके से पकड़ कर ज़मीन मे लिटा कर दू ,या फिर प्यार से उसके कपड़े उतारू...या फिर उसके लिपस्टिक से सने होंठो पर अपने होंठो से दस्तक दूं या फिर उसकी पहल का इंतज़ार करूँ....

"अरमान..तुम्हारा रिज़ल्ट क्या हुआ..."अपनी एक टाँग को सोफे पर थोड़ा उपर चढ़ाते हुए वो बोली,जिससे उसकी ड्रेस का निचला हिस्सा खुल गया और मेरी आँखो की रेटिना ने सीधे वही फोकस किया.... जहा उन्होंने सफ़ेद कलर के अंतरंग वस्त्र धारण किये हुए थे.

"फिर तो इसने ब्रा भी वाइट कलर का पहना होगा..." मेरे ठर्की दिमाग़ ने अंदाज़ा लगाया..

"इतना क्या सोच रहे हो,.."

दीपिका मैम  की आवाज़ ने उसकी अंतरंग वस्त्रो से मेरा कॉन्सेंट्रेशन हटाया...और मैं ऐसे हड़बड़ाया जैसे कि.....पता नही कैसे... मैने तुरंत अपनी नज़र वहा से हटाकर उसके फेस पर टिकाई ...

"तुम शायद कुछ सोच रहे थे...टेल मी "

"टेल यू...व्हाट ?"

", you know better than me..."मुस्कुराते हुए वो बोली...

"वो मैं ये सोच रहा था कि, तुमने मेरे सवाल का जवाब क्यूँ नही दिया..."

"कैसा सवाल और ज़रा इज़्ज़त से बात करो, टीचर हूँ तेरी...  आप करके बात किया कर..."

"हां... ऐसे वेश्याओं कि तरह हरकत कार्टर वक़्त याद नहीं रहता कि तू टीचर है और मैं स्टूडेंट...?? साली, कुतिया कही कि..."उसकी आँखो मे देखते हुए मैने आँखों ही आँखों मे गालियाँ बरसाई....

"अरमान ,मेरी तबीयत कुछ दिनो से ठीक नही है और आज फेयरवेल  पार्टी के शोर से मेरा सर दुखने लगा था...इसलिए मैने वापस आने का सोचा...दुख तो बहुत हुआ था उस वक़्त जब मैं वापस आ रही थी,क्यूंकी मेरी नयी ड्रेस, घंटो मेकप,महँगी लिपस्टिक बेकार जाने वाला था...लेकिन जब तुम्हे लड़को के बीच मे देखा तो एक प्लान मेरे दिमाग़ मे आया...."

"और वो प्लान ये था कि ,तुम मेरे साथ रात भर.. डॉक्टर -डॉक्टर खेलो ...राइट..? "

"हां...! ऐसा ही कुछ सोचा था उस वक़्त मैने और तुमने फिर....  मुझे तुम कहकर बुलाया...अगली बार से यदि मुझे आप कि जगह तुम बोला तो हालत खराब कर दूँगी..."

"और हालत खराब कैसे करोगी..."

"हट.. लैब  मे तो बड़ा शरीफ बनता है और यहाँ.... मैं आती हूँ फ्रेश होकर..."

"क्या फ़ायदा फ्रेश होने का ,वैसे भी कुछ देर बाद तो मैं फ्रेश ही कर दूँगा...."

दीपिका मैम  एक बार पीछे पलटी और मुस्कुरा कर बाथरूम कि ओर चल दी, उनके मटकते हुए अंगों को सोचकर ही मेरा मन उसके कपडे फाड़ने का कर रहा था...मैं अंदर ही अंदर बहुत खुश हो रहा था कि आज मैं फाइनली दीपिका मैम  को चखूँगा और मेरा प्लान था कि उसे ऐसा चखूँगा की साली आज के बाद मेरी दीवानी हो जाएगी...

सोते-जागते..पढ़ते-पढ़ाते,इसे सिर्फ़ मैं और मेरे द्वारा दी गई हवस भारी यातनाये याद रहेगी....
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कितनी अजीब बात है कि इस वक़्त मैं एक अंजान से फ्लैट  पर एक ऐसी लड़की के साथ हूँ जो हवस देवता की पुजारीन है... हवसी तो मै भी कम नहीं हूँ पर फिर भी मुझे उस वक़्त डर था कि कही वो अपनी हवस मिटाने के लिए मुझे कोई नुकसान ना पहुचा दे... मैने कई  न्यूज़ मे सुना और देखा था कि कुछ लोग ये सब करते वक़्त इतने excited हो जाते है कि सामने वाले की जान तक ले लेते है...दीपिका मैम  ने मुझसे भी बड़े -बड़े शुरमाओ का लिया होगा.. इसलिए मैं उसे कोई नुकसान पहुचाता...ये तो नामुमकिन ही था..लेकिन अब मेरे अंदर एक डर अपनी जगह बना रहा था...

"अबे तेरा फर्स्ट टाइम है..इसीलिए इतना घबरा है...डर मत और फाड़ डाल साली को ..."मैने खुद से कहा...तब तक दीपिका बाथरूम से निकलकर मेरी ओर आने लगी...

"स्मेल इट..."सफ़ेद कलर का एक कपडे मेरी ओर फेक कर उन्होंने कहा 

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1 Comments

Barsha🖤👑

26-Nov-2021 06:15 PM

बहुत खूब

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